हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार को DM ने दी धमकी-
वीडियो वायरल
हाथरस गैंगरेप मामले में एक वीडियो सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनलों पर वायरल हो रहा है। जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि हाथरस के डीएम हाथरस गैंग रेप पीड़िता के परिवार को धमकाते हुए नज़र आए हैं। न्यूज़ चैनल पर चल रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि हाथरस के DM गैंगरेप पीड़िता के पिता और उसके परिवार वालों से कुर्सी में बैठ कर बात कर रहे हैं। बात करने के दौरान हाथरस के डीएम पिता के पिता से यह कहते हुए कैद हुए हैं कि यह मीडिया कर्मी ज्यादा दिन यहां नहीं रहेंगे और ना यह बार-बार तुम्हारे पास आएंगे।इसलिए जो बयान बदलना है वह बदल लो मीडिया वाले चले जाएंगे और हम लोग ही रहेंगे। बार बार बयान न बदलो,
बताया जा रहा है कि हाथरस गैंगरेप मामले में पीड़िता की भाभी ने भी हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लक्ष्कार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि यह लोग हमें यहां रहने नहीं देंगे और डीएम हमारे परिवार पर प्रेशर डाल रहे हैं। पीड़िता की भाभी ने कहा कि पापा को धमकाने का काम भी किया जा रहा है। हाथरस गैंग रेप मामले में इससे पहले भी परिवार ने आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन और DM ने मिलकर पीड़िता का दाह संस्कार करवा दिया था और उनको लड़की की शक्ल भी नहीं देखने दी गई। जिसके बाद इन आरोपों को शासन प्रशासन ने खारिज किया था। साथ ही हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार को डीएम ने दी है धमकी कहा कि मीडिया आज यहां है कल नहीं रहेगी और बयान बदल कर अच्छा नही कर रहे।
DM द्वारा हाथरस गैंगरेप सुनीता के परिवार को धमकाने का वीडियो न्यूज़ चैनलों और सोशल मीडिया पर चलने के बाद भी शासन प्रशासन की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया। साथ ही सरकार की तरफ से बताया गया है कि हाथरस गैंगरेप पीड़िता के साथ रेप नहीं हुआ है। इसी के साथ जिस तरीके से पीड़ित परिवार को लगातार डीएम के द्वारा धमकाया जा रहा है तो उससे कहीं ना कहीं न्याय प्रक्रिया पर एक सवालिया निशान भी खड़ा होता है साथ ही इससे पहले भी हाथरस गैंगरेप पीड़ित परिवार के लोगों ने डीएम पर धमकाने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही आज हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने आ रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस ने रोक कर गिरफ्तार भी कर लिया था। इसके अलावा राहुल गांधी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन पर लाठी भी मारी गई और उन को धक्का देकर जमीन पर गिराया गया।
DM हाथरस का धमकी देते हुए देखें वीडियो
दूसरी तरफ सरकार ने हाथरस पीड़िता के गांव को पूरी तरीके से छावनी में तब्दील कर दिया है। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया को भी अंदर जाने से मना कर दिया गया है। मीडिया कर्मियों पर पाबंदी लगाए जाने से कहीं ना कहीं सरकार की मंशा पर सवालिया निशान भी खड़े होते हैं कि आखिर क्यों नहीं सरकार मीडिया के माध्यम से सच्चाई को सामने आने देना चाहती है।