अमन लेखनी समाचार/अंकित राठौड़
लखनऊ। हमें न्यायसंगत तरीके से जनता की समस्याओं का समाधान करना होगा। बेहतर संवाद के माध्यम से अपने लोकतांत्रिक प्रणाली का सम्मान करते हुए अपने आपको साबित करना प्रमुख चुनौती है। आप सबने निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से मेहनत कर सफलता हासिल की है। यही पारदर्शिता और निष्पक्षता आपके कार्यों में भी दिखनी चाहिए। ये बातें सीएम योगी ने नवनियुक्त उप जिलाधिकारियों को नियुक्त पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान कहीं।
सीएम योगी शुक्रवार को लोकभवन में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2018 में चयनित उप जिलाधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश भारतीय सिविल सेवा से जुड़े हुए हमारे सभी नवनियुक्त अधिकारीगणों को मैं हृदय से बधाई देता हूं और आप सब के प्रति अपनी मंगलमकामनाएं व्यक्त करता हूं। मुझे प्रसन्नता है कि आप जैसे योग्य, युवा और उत्साह से ओतप्रोत 97 अधिकारी हमें एक साथ प्रदेश के अंदर प्राप्त हुए हैं। जिनकी योग्यता और उर्जा का उपयोग देश की आबादी के हिसाब से सबसे बड़े राज्य के अंदर बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था को आगे बढ़ाने में इस्तेमाल कर पाएंगे।
सीएम योगी ने कहा आप में से ज्यादातर लोग बीडीओ के दायित्व को और कुछ लोग जनपद स्तर पर अन्य दायित्वों के साथ इस समय प्रशिक्षण के साथ जुड़े होंगे। आगे आपको उप जिलाधिकारी के रूप में तहसीलों में जाकर स्वतंत्र रूप से काम करने का मौका मिलेगा। कई सचिव स्तर तक पहुंचेंगे। आप सबको गरीबों की, किसानों की समस्याओं का निस्तारण करना होगा। इन शुरुआती कार्यों में आप जितनी मेहनत करेंगे जितना बेहतर कार्य आप कर सकेंगे उतनी आप की नींव मजबूत होगी, उतना भवन मजबूत होगा। शुरुवाती पांच वर्ष का कार्यकाल विवादों में या नकारात्मकता में घिरता होता ऐसे में भविष्य में मुंह छिपाने का संकट आ जाता है। हमने मुख्यमंत्री बनते ही हमने दो टूक भर्ती आयोगों से कहा था कि मनमानी नहीं चलेगी किसी भी भर्ती में कोई सिफारिश नहीं चलेगी । पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ नियुक्ति होगी। हमने इसी ईमानदारी को निभाते हुए चार लाख से अधिक लोगों को सरकारी नियुक्तियां दी हैं। पूरी आबादी को अपना परिवार मानकर हमें कार्य करना है। हमें कहीं भी कोई जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा नहीं देखना है।
सीएम योगी ने बताया मैं कल गोरखपुर गया था वहां लोगों से मिला उनकी नब्बे फीसदी समस्याएं राजस्व से जुड़ी थीं। अगर अधिकारियों ने उनकी सुनी होती तो उनके मेरे पास आना न पड़ता। वो इतने निराश थे की उन्हें थक हारकर मुख्यमंत्री के पास यानि मेरे पास आना पड़ा। लगभग तीन महीने पहले वरासत का हमने विशेष अभियान चलाया। मैं इसका महत्व जानता हूं। मेरे गुरु दिवंगत हुए थे तो मैंने तय किया था कि एक ट्रस्ट बनाकर सारा कार्य संचालित किया जाए। मैं सांसद था मुझे दो वर्ष लग गए कागज प्राप्त करने में तो आम जनता का क्या होता होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा जो अधिकारी अच्छा कार्य कर रहे हैं उनके बारे में पब्लिक बोलती है। जब हमें उन्हें चुनौती वाले जगहों पर भेजना पड़ता है। जनता कहती है ऐसे अधिकारियों को कहीं मत भेजिए, कई जगह अधिकारियों को हटाने पर जनता खुश होती है, हमें धन्यवाद देती हैं। हमें तय करना है कि हम लोगों की दुआ लेना चाहते हैं या नाराजगी मोल लेना चाहते हैं। आज 97 युवाओं को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से नियुक्ति मिली है। पहले तो नौकरियां बिकती थीं युवा हताश था आत्महत्या करने को विवश था आज माहौल बदला है। हमें कर्तव्यनिष्ठा के साथ करना है। राष्ट्र और प्रदेश हमारे लिए सर्वोपरि है आप सब शासन व्यवस्था के मेरुदंड हैं। आप मेरुदंड बनकर कार्य करेंगे, तो कोई ताज्जुब नहीं कि प्रदेश देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। ईज आफ डूइंग बिजनेस में हम दूसरे नंबर पर आ गए हैं। बेरोजगारी दर घटी है, प्रति व्यक्ति आय बढ़ रही है। निराशा से उबर कर प्रदेश निरंतर प्रगति कर रहा है। ये आंकड़े मेरे नहीं बल्कि दुनिया की प्रतिष्ठित वित्त संस्थाओं के आंकड़े हैं। आप सब भी आने वाले समय में प्रदेश की उन्नति में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। मैं आपके सफल और उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। आप सभी के प्रति मेरी शुभकामनाएं हैं।