अमन लेखनी समाचार
मलिहाबाद, कोतवाली अंतर्गत ग्राम पंचायत नवीनगर के पास खेत मे सूखे खड़े आम के पेड़ों को काट रहे गरीब बागवान पर वन रक्षक ने उसे जातिसूचक गालियां देते हुये जूते से पीटने के साथ झूंठे मुकदमें मे फंसाने के साथ उन्नीस हजार रूपयों की अवैध वसूली कर उसे भगा दिया। पीड़ित ने घटना की तहरीर थाने पर दी है।
शनिवार को ग्राम नवीनगर निवासी रमेश कुमार गौतम अपने गांव के पास ही स्थित आम के बाग मे 4 सूखे आम के पेड़ काट क्षेत्रीय वन रक्षक दिलीप कुमार चैहान से पूंछ कर काट जलौनी वाली लकड़ी को बेंचने के लिये जा रहा था। रास्ते मे ग्राम पंचायत खड़ता के निकट वनरक्षक दिलीप कुमार चौहान ने उसे रोक उससे 50 हजार रूपयों की मांग करने लगे। जिसका रमेश कुमार द्वारा विरोध किया गया। विरोध से गुस्साये वनरक्षक दिलीप कुमार चौहान बागवान रमेश कुमार गौतम को जातिसूचक गालियां देते हुये जूते से मारने पीटने के साथ झूंठे मुकदमें मे फंसाने की धमकी देने लगा। इस पर डरे सहमें बागवान रमेश कुमार गौतम ने पूर्व ग्राम प्रधान जमशेद अली को सूचना दी। जिस पर मौके पर पहुंचे जमशेद अली ने काफी मन मनौव्वल के बाद 19 हजार रूपये दिलीप कुमार चौहान को देकर मामला शान्त कराया।
दूसरे दिन जब इस घटना की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी तो वन विभाग के अधिकारियों के हांथ पांव फूल गये। घटना को संज्ञान लेते हुये वन विभाग के अधिकारी 5 पेड़ों पर जुर्माना कर मामले को दबाने का प्रयास किया। पीड़ित बागवान ने थाने मे दी गयी तहरीर मे वन रक्षक दिलीप कुमार चौहान पर आरोप लगाया है कि मारने पीटन के साथ उससे वन रक्षक ने 19 हजार रूपयों की अवैध वसूली की है।
इस सम्बन्ध में ज़िला वन अधिकारी अवध रवि कुमार का कहना है कि रेंज अधिकारी से बात की गयी है। घटना की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध उचित कार्यवाही की जायेगी।