अमन लेखनी समाचार
लखनऊ।एक तरफ जहां प्रदेश की सरकार कोरोना को लेकर काफी संजीदगी से काम कर रही है सरकार अस्पतालों का औचक निरीक्षण सिर्फ इसलिए कर रही है ताकि पीड़ितों को उचित इलाज मिल सके लेकिन वही दूसरी तरफ सरकारी विभाग सरकार की मंशा को तार तार करने का कोई मौका नही छोड़ रहे हैं। कोरोना काल के इस चक्र में जब मौत का आंकड़ा डराने वाला होता जा रहा है तो नगर निगम के ठेकेदार शवदाह करने की दलाली से भी बाज नही आ रहे हैं ऐसा आरोप गुलाल घाट के उस कर्मचारी ने लगाया है जिसे सचिन नाम के एक कर्मचारी ने सिर्फ इसलिए नौकरी से निकाल दिया क्योंकि उसने कहा कि ज़रा जल्दी जल्दी लाशों को भेजो क्योंकि पीपीटी किट पहन कर उसका दम घुटता है। इतना ही नही कर्मचारी ने ये भी बताया कि इलेक्ट्रॉनिक मशीन से शव दाह के लिए वहां के ठेकेदार गुड्डू बाजपेयी के संरक्षण में पैसों का खेल खेला जा रहा है उसने बताया कि यहां लाश के दाह संस्कार के लिए 3 से 5 हज़ार रुपये लिए जाते हैं जबकि सरकार की तरफ से ये सेवा निशुल्क है।उसका आरोप था कि उसे सचिन ने गुड्डू बाजपेई की शह पे नौकरी से तो निकाला ही बल्कि भद्दी गाली भी दी।ऐसा नही है कि गुलाला घाट पर शव के दाह संस्कार पर पैसों की दलाली का ये कोई पहला मामला हो यहां लाश जलाने के नाम पर पहले भी लूट हुई है और आज इस भयानक त्रासदी में भी ये खेल जारी है पर अफसोस हमारा विभाग सब जानकर भी अपनी आंखों में पट्टी बांधे हुए सरकार की फजीहत कराने को आमादा है।