अमन लेखनी समाचार
लखनऊ- बुधवार को केंद्रीय जीएसटी की टीम ने मधुरिमा स्वीट हाउस के विभूतिखंड, पत्रकारपुरम, अमीनाबाद और तेलीबाग स्थित प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की । इस छापेमारी टीम में 40 अधिकारी थेे। मिली जानकारी के मुताबिक, इस दौरान टीम ने मिठाई व अन्य उत्पादों की बिक्री से जुड़े तमाम दस्तावेज सीज किए।
सूत्रों की माने तो बृहस्पतिवार सुबह तकरीबन सवा दस बजे 40 अधिकारियों की टीम प्रतिष्ठानों पर पहुंची। इस दौरान खास बात यह रही कि अधिकारियों की टीम अलग-अलग रास्तों से पहुंची। अधिकारियों ने बिलिंग कम्प्यूटरों को कब्जे में ले लिया। अफसरों का दावा है कि कि दस्तावेजों से कुछ और जानकारियां सामने आयेंगी। साथ ही यह भी पता चला है कि टैक्स इनवॉइस को बदला जा रहा था।
सीजीएसटी सूत्रों के मुताबिक, प्रतिष्ठानों में नीचे बिक्री हो रही थी, जबकि ऊपर लगा सिस्टम एक फीलिंग कम्प्यूटर से कनेक्ट था । इसके जरिये ही टैक्स इनवॉइस में बदलाव कर दिया जाता था। इसके अलावा जांच के दौरान कच्चे माल की खरीद व तैयार माल की बिक्री में काफी अंतर पाया गया है। शुरूआती जांच में करीब 50 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक, जांच टीम ने होली के पर्व पर कोरियर के जरिए देश के विभिन्न राज्यों में भेजी गई मिठाई से जुड़े दस्तावेजों को भी सीज किया है। इन सारे प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापा मारा गया था। सोशल मीडिया में इसकी काफी चर्चा है
सूत्र बताते हैं कि फर्म ने अपनी देयता स्वीकार करते हुए एक करोड़ के भुगतान की कार्यवाही शुरू कर दी है। 45 लाख रुपये का भुगतान मौके पर ही सरकारी खजाने में कर दिया गया। विभाग का प्रारंभिक आंकलन है कि कुल टैक्स चोरी बड़ी है। आगे की जांच जारी है। विभाग ने आगे भी करअपवंचकों के विरुद्ध इसी तरह की कड़ी कार्यवाही जारी रखने के संकेत दिए हैं।मधुरिमा स्वीट हाउस पर यह भी आरोप लगता रहा कि उन्होंने अपने संसाधनों से स्वीट्स हाउस से निकलने वाला गरबेज राष्ट्रीय राजमार्ग के नाले में निस्तारित कर रहे हैं, जिसमें नगर निगम विभाग की मिलीभगत है। लोगों द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि जीएसटी की चोरी सिर्फ मधुरिमा ही नहीं कर रहा है बहुत सारे ट्रेडर्स माल बड़ी बड़ी दुकानें कर रहे हैं उन पर कार्यवाही क्यों नहीं।