अमन लेखनी/संतोष मिश्र
बहराइच। शनिवार को अगईया स्थित एसएसबी 42वी वाहिनी के मुख्यालय में वन विभाग और एसएसबी के अधिकारीयों के बीच सुरक्षा को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। चूंकि एसएसबी एक बहुआयामी फ़ोर्स है, अतः इसके दायित्यों के दायरे भी अधिक है। एसएसबी सीमा की सुरक्षा के साथ सीमा से सटे जंगलों की सुरक्षा भी कर रही है। वन विभाग तथा एसएसबी के आपसी समन्वय से विभिन्न जब्तिया की जाती है। एसएसबी तथा वन विभाग के बीच आपसी समन्वय को बरकरार रखने के लिए समय समय पर इस प्रकार की मीटिंग का आयोजन किया जाता है। मीटिंग में नेपाल तथा भारत के वन माफियाओं के अवैध गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने एवं अमूल्य वन्य जीव व वन उत्पाद का संरक्षण करने, दोनों विभागों के बीच समय समय पर संयुक्त गस्त, नेपाली वन माफियाओं द्वारा की जा रही भारतीय वन क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को रोकने एवं आसूचना तंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया गया। वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट प्रवीण कुमार ने वन विभाग के अधिकारीयों को संबोधित करते हुए कहा कि सीमा पर गस्त अनवरत जारी है फिर भी किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि संज्ञान में आने पर तत्काल नजदीकी एसएसबी सीमा चौकी में सूचित करें जिससे त्वरित कार्यवाही की जा सके। बैठक में एसएसबी 42वी वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट प्रवीण कुमार, विजेंद्र कुमार उप कमांडेंट, सहायक कमांडेंट अनिल कुमार यादव, निरीक्षक अवनीश मलिक, सभी सीमा चौकियों के प्रभारी तथा वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी ए.के. बाजपेई एवं ए.के. सिद्धिकी मौजूद रहे।