अमन लेखनी समाचार/लखनऊ ब्यूरो
लखनऊ । फुटपाथ के किनारे कैनोपी लगाकर सिम बेचने वालों से सस्ते दामों में सिम एक्टिवेट करा रहे हैं तो सावधान हो जाइए आप को जालसाज झांसा देकर एक से अधिक बार दस्तावेजों की स्पेलिंग कर लेते हैं इसके बाद बैंकों के नाम से दूसरा सिम सक्रिय कर फर्जी काल सेंटरों को बेच देते हैं फिर यह फर्जी कॉल सेंटर इन सिम के जरिए ठगी का धंधा करते हैं। चिनहट पुलिस साइबर क्राइम सेल की टीम ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश कर इसके दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से 5028 एक्टिवेटेड सिम 34 एंड्राइड मोबाइल दो बायोमेट्रिक डिवाइस बरामद की है ठगी करने वालों में शाइन डाट कॉम नाम से ऑनलाइन कंपनी बनाकर नौकरी दिलाने का झांसा दिया पहले तो ठाकुर ने युवती के रजिस्ट्रेशन कराया फिर पेमेंट के लिए उसको मोबाइल पर फोन पर एक लिंक भेजा युवती ने इस लिंक को क्लिक करते ही यूनियन बैंक के खाते से रुपये 10799 निकल गए मुकदमा दर्ज कर साइबर क्राइम टीम ने जांच शुरू की टीम आलमबाग से हरदोई के बालामऊ निवासी गोपाल मौर्य और उरई के इंदिरा नगर निवासी भरत शर्मा को गिरफ्तार किया है दोनों आलमबाग के सुंदर नगर में रहते थे। ऑनलाइन बैंक खाता बना कर जमा करते थे रुपए इसमें अपने निजी खाते में ट्रांसफर कर देते थे वही एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय के मुताबिक सिम बेचने की प्रक्रिया में सभी कंपनियां नियमों का उल्लंघन कर रही है एक व्यक्ति के नाम पर एक ही सिम एक ही दिन में एक ही वक्त पर और एक ही स्थान से कई सिम एक्टिवेट हो जा रहे हैं इस संबंध में टेलीकॉम से पत्राचार कर सिम विक्रेताओं द्वारा नियमों का खुलेआम उल्लंघन की जानकारी दी जाएगी लोगों से अपील की है कि सिम लेते वक्त एक ही बार फोटो क्लिक करें नहीं तो ठगी के शिकार हो जाएंगे ।