अमन लेखनी समाचार
लखनऊ। 24 अप्रैल से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। अब पंचायत चुनाव के आरक्षण में बदलाव होने के बाद बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों में बदलाव होना तय माना जा रहा है।
पंचायत चुनाव में भी पोलिंग बूथ स्कूलों में बनाए जाते हैं। साथ ही शिक्षकों की ड्यूटी भी लगती है। ऐसे में पंचायत चुनाव और बोर्ड परीक्षाएं एक साथ संभव होना मुश्किल है। यही कारण है कि पंचायत चुनाव की तारीखें बदलने पर बोर्ड परीक्षा की तारीखें भी बदलेंगी, यह तय है।
पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार, यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 अप्रैल, 2021 से 11 मई, 2021 तक प्रस्तावित हैं। हालांकि पंचायत चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में अप्रैल में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा आयोजित होना मुश्किल है। राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश सरकार से बोर्ड परीक्षाओं को करीब दो सप्ताह आगे खिसकाने का आग्रह किया है।
इससे पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के लिए 24 अप्रैल से 12 मई तक कार्यक्रम जारी किया है। वहीं उच्च न्यायालय ने भी पंचायत चुनाव 12 मई, 2021 तक कराने के निर्देश दिए हैं। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा का भी कहा था कि पंचायत चुनाव के कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षा की तारीख तय की जाएगी।
बता दें कि इस बार उत्तर प्रदेश की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में 56 लाख से अधिक विद्यार्थी भाग लेने वाले हैं। साथ ही कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष 8,513 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी। बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे 56,03,813 छात्र-छात्राओं में से 29,94,312 परीक्षार्थी हाईस्कूल से है, जबकि 26,09,501 परीक्षार्थी इंटरमीडिएट के हैं।