ऐसे लोगों पर सरकार को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जानवरों पर हो रहे अत्याचार को रोका जाए वह पुलिस को भी इस पर नजर रखनी चाहिए
अमन लेखनी समाचार
लखनऊ।जिस तरह कोई इंसान अपनी क्षमता से अधिक काम नही कर सकता उसी तरह बेज़ुबान जानवर में भी उनकी काम करने की क्षमता होती है लेकिन ये बात वो नही समझते जो इनका इस्तेमाल पैसा कमाने के लिए करते हैं वही लोग इन बेज़ुबानों पर अत्याचार करते नज़र आते है जिसका नज़ारा भी हमको आपको आएदिन सड़कों पर दिखाई देता है जहां घोड़ा गाड़ी पर भारी बोझ लाद कर उनका बेजा इस्तेमाल किया जाता है।ऐसे ही बेज़ुबान जानवरो की आवाज़ बन कर काम करने वाला संगठन है सोसाइटी फॉर एनिमल वेलफेयर जो आएदिन अभियान चलाकर ऐसे लोगो पर कार्यवाही करता है जो इन जानवरों पर ज़रूरत से ज़्यादा बोझ डालकर उनका शोषण करते हैं।सोसाइटी द्वारा ऐसा ही एक अभियान रविवार को सुबह 10:30 पर बुद्धेश्वर रोड पर चालू किया गया लेकिन वहां 1घंटा खड़े होने के बावजूद भी कोई घोड़ा गाड़ी नहीं निकली उसके बाद सोसाइटी को वापस टीवी टावर के पास आना पड़ा जहां कुल 8 घोड़ा गाड़ी का निरिक्षण किया गया जिसमे 4 गाड़ी ओवरलोड थी जिनके माल उतरवा कर दूसरे साधन से भिजवा गया कड़ी चेतावनी के साथ दो घोड़े जख़्मी थे बाल्टी किसी के पास नहीं थी चारा सिर्फ 4लोगों के पास था 2 चालकों के पास चाबुक जब्त किया एक घोड़े की लगाम कांटे वाली थी जिसको बदलवाने को बोला गया कुल मिलाकर अभियान सफल रहा साथ ही एक मुर्गी लाने ले जाने वाले को भी समझाया गया की पानी दाना रखा जायेऔर ठंड मे कुछ बोरी से ढक दिया करें जितनी भी जिन्दा रहे आराम से रखें अभियान लगभग 1बजे तक चलाया गया और आगे भी ऐसे ही अभियान चलाकर ना सिर्फ बेज़ुबानों पर हो रहे शोषण को रोका जाएगा बल्कि जानवरो की तकलीफों को भी मौके पे दूर किया जाएगा जैसा रविवार के अभियान में दिखा जहां एक ज़ख्मी घोड़े के चालको को सोसायटी प्रमुख राजेश द्वारा बिटाडीन को बोतल में भर कर घोड़ा मालिकों को दिया ताकि घोड़ो के ज़ख्मो का इलाज हो सके।